वो पल
- Tarun Solanki
- Sep 10, 2017
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तेरी याद में यूँ आशिक़ बने डूबे हम,
किनारे आज भी सिर्फ़ सपनो में आते हैं!
खूब पूछा हमसे लोगों ने की गुज़ारा केसे करते हो?
हमने भी कह दिया उनसे की, इस इश्क़ का असर तुम क्या जानोगे,
आज भी बस उनके दीदार के लिए जी रहे हैं!
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