तस्वीर!!!
- dj
- Sep 1, 2017
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जब एक पल को उनसे मुलाकात हो गई
जिंदगी की सुबह हुई और रात हो गई !
हम उन्हें भीड़ में देखते रहे एकटक
और उस रात के अँधेरे में भी बरसात हो गई !
वो बारिश में भीगते हुए सँभालने लगी दुपट्टा अपना
और लगा जैसे आज की रात क़यामत की रात हो गई !
जब बारिश की बूँदे उनके गालो को चूमते हुए गिरने लगी
तो लगा जैसे हीरे पर मोतियों की बरसात हो गई !
जब वो मुझे देख कर मुस्कुराई, तो लगा
कर दू आज इजहार-इ-मोहोब्बत उनसे
पर जब ख्याल आया इस भीड़ में उनकी इज्जत-इ-आबरू
और वो भीड़ में खो गई !!
मेरे कदम थमे रहे उनको जाता हुआ देख कर
और मेरी आँखों से आंशुओ की बरसात हो गई !
मेने आज खोया था किसी को इतना करीब पाकर
और लगा तब जैसे मेरी जिंदगी ही खो गई !
आज जाना के दर्द क्या होता है मुहोब्बत का
जैसे दिन के उजाले में रात हो गई !
में अपनी यादो में उसकी तस्वीर बनाने लगा
और जगता रहा रात भर करवटेंबदल बदल कर!
फिर भी न जाने क्यू उसकी यादो की मुझ से इतनी दूरी है
शायद............बिना दुपट्टे के वो तस्वीर..........अधूरी है!!
very gud :)