इंतज़ार है
- merikalamse
- Sep 6, 2017
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एक नयी सुबह का इंतज़ार है छाया अभी अन्धकार है बीच मझदार में है कश्ती, और किनारा उस पार है एक नयी सुबह का इंतज़ार है
मुसीबतों की कतार है, मुश्किलें हज़ार हैं चाहे बाधा लाखों आएं, तुझे रहना तयार है राह में जो दीवार है, पड़ रही उसमे दरार है कौन रोक सका तुझे , मिला हौसला हर बार है समय की ये गुहार है, मंजिल की ये पुकार है करना है लक्ष्य हासिल, बस ये धुन सवार है
छाया अभी अन्धकार है, एक नयी सुबह का इंतज़ार है....

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